अम्बेडकरनगर। गेहूं के किसानों की समस्याओं का कोई पुरसाहाल नहीं है। सरकार के दावे के विपरीत गेहूं किसान बेहाल है। प्रशासन के बेहतर व्यवस्था के दावे के विपरीत किसान लाचार है। कारण न गेहूं की तौल हो रही है और न ही तौल होने की उम्मीद ही दिख रही है। अब तो बेमौसम बारिश से भीग गए गेहूं की तौल होने की संभावना भी क्षीण होती जा रही है।
पहले क्रय केंद्रों के स्टाफ की मनमानी से तौल नहीं हुई। फिर बोरे का अभाव और अब बेमौसम बारिश ने किसानों को बेहाल कर दिया है। कई दिनों से टैक्टर ट्रालियों के दर्द का पुरसाहाल नहीं है। जिले के रामपुर सकरवारी, प्रतापपुर चमुर्खा, आसोपुर, ब्राहिमपुर कुसमा में किसानों का गेहूं ट्रेक्टर ट्रालियों में भीग रहा है। किसान पन्नी के सहारे अपने उपज को भीगने से कवायद कर रहे हैं। गेहूं लेकर खड़े किसानों की तौल न होने से बेमौसम बारिश ने किसानों को बेहाल कर दिया है।
पन्नी डाल गेहूं को भीगने से बचा रहे किसान:
बेमौसम बारिश से क्रय केंद्रों पर किसानों की बेबसी के सच को साधन सहकारी समिति रामपुर सकरवारी के क्रय पर खड़ी आधा दर्जन ट्रालियों ने बयां किया।