- ऑटो का नहीं मिल रहा कोई सुराग
- लाश को नेशनल हाइवे के रास्ते में फेंक दिया
सीधी, 13 फरवरी । शब्दरंग न्यूज़ डेस्क
बुकिंग में आटो लेकर गए चालक की दूसरे दिन नेशनल हाइवे के किनारे लाश पाई गई। जबकि ऑटो का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ऑटो चलाने वाले चालक द्वारा एक बुकिंग ली गई थी जो जब देर रात तक वापस घर नहीं आया तो उसके पिता द्वारा रामपुर नैकिन थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट के बाद पुलिस सक्रिय हुई और उसने बताया कि लापता ड्राइवर की लाश सतना जिले में बेला के समीप केमार गांव में नेशनल हाइवे रोड के किनारे लाश मिली है। ये सूचना पाकर परिजन स्वास्थ्य केन्द्र रामपुर बघेलान पहुंचे और वहां मौजूद डेड बाडी की पहचान किए।
रामपुर नैकिन थाना अंतर्गत ममदर निवासी अखिलेश कुमार अग्रिहोत्री ने बताया कि उनका पुत्र निखिल कुमार अग्रिहोत्री रामपुर नैकिन से चुरहट के बीच आटो क्रमांक एमपी 53 आर 3455 चलाता था। अभी 28 जनवरी को घर से सुबह करीब 10.30 बजे रोजाना की तरह आटो लेकर निकला लेकिन शाम तक घर वापस नहीं आया। फोन के माध्यम से अपने रिश्तेदारों एवं परिचितों को भी इस संबंध में जानकारी दी ग लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। लिहाजा अगले दिन 29 जनवरी को रामपुर नैकिन थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई गई।
29 जनवरी की शाम को ही थाना में पता करने पर बताया गया कि एक एक्सीडेंट की जानकारी मिली है। जिसमें फोटो से पहचान कराई गई तो मालुम पड़ा कि वो लापता निखिल कुमार अग्रिहोत्री की थी। निखिल की लाश बेला के पास केमार गांव में नेशनल हाइवे के किनारे मिली थी। 30 जनवरी की सुबह घर के सदस्यों ने स्वास्थ्य केन्द्र रामपुर बघेलान पहुंचकर डेड बाडी की शिनाख्त निखिल कुमार अग्निहोत्री के रूप में की और शव प्राप्त किया।
अखिलेश कुमार अग्रिहोत्री ने बताया कि इस मामले में जब जानकारी जुटाई गई तो मालुम पड़ा कि अज्ञात व्यक्ति के द्वारा चुरहट से आटो में मोटर साइकिल ले जाने के लिए लोड कराई गई थी। मिश्रा पेट्रोल पंप चुरहट में 11.45 बजे आटो में डीजल भरवाया गया था। रामपुर नैकिन से बघवार रोड पर स्थित टोल प्लाजा से यह आटो दो करीब 1 बजे निकली जो बघवार होते हुए बेला जिला सतना की ओर गई थी। मुकुन्दपुर से बेला मार्ग पर स्थित टोल प्लाजा से दोपहर लगभग 3.28 बजे आटो निकला। विभिन्न सीसीटीव्ही फुटेज में देखने पर मालुम पड़ा कि आटो में जो मोटर साइकिल लोड थी उसके नंबर प्लेट में एमपी 17 आगे की सिरीज स्पष्ट नहीं थी और बाद में 1453 लिखा है।
पिता अखिलेश कुमार अग्रिहोत्री ने आशंका जताई है कि उनके पुत्र के साथ अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा मारपीट कर हत्या कर दी गई और आटो छुड़ा लिया गया है। बाद में लाश को नेशनल हाइवे के रास्ते में फेंक दिया गया। आटो का आज दिनांक तक कोई पता नहीं चल रहा है। इस मामले में बेला चौकी पुलिस एक्सीडेंटल केस बताकर अपना पल्ला झाडऩा चाहती है। पुलिस द्वारा आगे की विवेचना ही बंद कर दी गई है। जिससे अज्ञात आरोपियों और लूटे गए आटो के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल रही है। पीडित पिता ने पुलिस अधीक्षक सीधी, सतना के साथ ही आईजी रीवा, डीजीपी भोपाल के साथ ही थाना प्रभारी रामपुर नैकिन, रामपुर बघेलान एवं चौकी प्रभारी बेला को पत्र भेजकर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।