सीधी। हिन्दी पखवाड़ा के तहत् 14 से 29 सितम्बर तक लगातार चल रहे समारोह का रंगारंग समापन गुरूवार को कमला स्मृति महाविद्यालय पड़रा के सेमिनार हॉल में किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपने वक्तव्य, ग़ज़ल, गल्फ, कविता, पत्र लेखन, निबन्ध लेखन, भाव पल्लवन और गीत के माध्यम से हिन्दी पखवाड़े में बढ़चढ़ कर भाग लिया।
समापन कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं में जिन प्रतिभागियों ने अपनी सहभागिता दी उन्हें पुरस्कार स्वरूप प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती एवं गणेश जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। प्राचार्य डॉ. के.के. तिवारी ने अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि सभी एकजुट होकर हिन्दी के विकास को एक नये आयाम तक लाना होगा।
मुख्य अतिथि रहे संस्था के प्रशासनिक अधिकारी एच. एस. पाण्डेय ने अपने सारगर्भित वक्तव्य के माध्यम से राष्ट्रहित में हिन्दी की महत्ता को बताते हुए उसके प्रयोग के लिए कहा कि सभी विद्यार्थियों को शुद्ध व परिष्कृत हिन्दी भाषा सीखने-बोलने के लिए प्रेरित होना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे पी.एन. सिंह ने कहा कि हिन्दी भारत और भारतीयों की पहचान है। कार्यक्रम का संयोजन करते हुए मंगलेश्वर गुप्ता ने कहा कि कोरोना महामारी के विकट समय में भारतीय आयुर्वेद, योग तथा पारम्परिक चिकित्सा विधि से दुनिया को रूबरू कराने में हिन्दी ने सशक्त भूमिका निभाई।
समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. रोहित सिंह चौहान, अनिल नायर, डॉ.सुनीता सक्सेना, सीमा श्रीवास्तव, ममता शर्मा, प्रीति पाण्डेय, मनीष गिरि, धीरेन्द्र शुक्ल, मनोज कुमार द्विवेदी, विवेक कुमार यादव , डॉ.निशार अहमद, आर.पी.भट्ट, अभिनव शुक्ल, राजेश गुप्ता, ज्ञानेंद्रधर द्विवेदी, धर्मेंद्र द्विवेदी, विनय त्रिपाठी, प्रदीप सोनी, अन्नू जायसवाल, नारेद्र मिश्र, राम गोपाल सिंह एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।