मन की बात: लॉकडाउन में प्राइवेट शिक्षकों के हालात बद से बदतर

लॉकडाउन में प्राइवेट शिक्षकों के हालात

राजकपूर चितेरा/ अक्सर कहा जाता है कि शिक्षा हमारे जीवन स्तर को उठाने में हमारी सबसे बड़ी मददगार होती है। वहीं शिक्षक इसमें मार्गदर्शक के रूप में हमारी सहायता करके जीवन स्तर में सुधार लाता है। कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल / कॉलजों को बंद रखा गया है। गौरतलब है कि प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों के हालात लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं, उन्हें लॉकडाउन के चलते लगातार आर्थिक संकटों से जूझना पड़ रहा है। क्योंकि देश में कोरोना संकट के चलते सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर रखा हैं।

  1. स्कूल बंद
  2. सैलरी बंद
  3. कोचिंग बंद
  4. आमदनी बंद
  5. परिवार के भविष्य की चिंता
  6. मानसिक तनाव
  7. स्वास्थ्य पर प्रभाव

सरकार को कोई सुध नहीं है निजी संस्थानों में कार्य करने वाले इन गैर- सरकारी कर्मचारी के लिए, देश में आज भी सबसे ज्यादा प्राइवेट शिक्षक कार्य करते है। आखिर कब तक ?

देश का भविष्य बनाने वाले आज स्वयं अपना भविष्य तलाश रहे है!!!!

Art:Shyamu Jha