ग्वालियर। आज हम आपके लिए मध्य प्रदेश से एक ऐसी कहानी लेकर आए हैं जिसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। ये कहानी है कैप्टन सिंह रावत की, जहां कैप्टन सिंह रावत अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल में गए थे। अचानक भालुओं का एक झुंड उनके पास आ गया जिसमें तीन भालू शामिल थे। देखते ही देखते तीनों भालुओं ने एक के बाद एक उन पर हमला करना शुरू कर दिया।
कैप्टन सिंह घायल हो गए लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, उन्होंने पास में पड़े एक लकड़ी के टुकड़े को अपना औजार बनाया और भालुओं पर हमला करना शुरू कर दिया। उन्होंने ऐसा इतनी बार किया कि आखिरकार भालू अपनी दुम दबाकर वहां से भाग गए और उनकी जान बच गई।
ये था पूरा मामला
शिवपुरी जिले के सुभाषपुरा थाना क्षेत्र के करसेना गांव के पास सतनाबाद रेंज के जंगल में भैंस चराने गए एक अधेड़ व्यक्ति पर तीन भालुओं ने हमला कर दिया। भालुओं का हमला इतना खतरनाक था कि चरवाहा बुरी तरह घायल हो गया। घायल चरवाहे को नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए ग्वालियर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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जानकारी के अनुसार करसेना गांव निवासी कप्तान सिंह रावत गुरुवार को करसेना के जंगल में भैंस चराने गया था। इस दौरान तीन भालुओं ने एक साथ कप्तान सिंह रावत पर हमला कर दिया। घायल कप्तान सिंह के मुताबिक उसके हाथ में डंडा था। जिसकी मदद से वह तीनों भालुओं से लड़ता रहा। इस दौरान भालुओं ने उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और वह डंडों की मदद से भालुओं से लड़ता रहा। आखिरकार करीब 30 मिनट बाद वह भालुओं को भगाने में सफल हुआ। तब उसकी जान बच सकी। इसके बाद वह किसी तरह डेरे पर पहुंचा। परिजनों ने उसे इलाज के लिए ग्वालियर के अस्पताल में भर्ती कराया है।