बच्चों ने अपने पसंदीदा ‘गणपति बप्पा’ की अद्भुत सुंदर मूर्तियाँ बनाकर अपनी रचनात्मकता का किया प्रदर्शन
सीधी। विश्वास और दृढ़ आस्था पत्थर को भी भगवान बना देती है। मिट्टी हो या पत्थर यही आस्था हो तो ईश्वर का प्रतिबिंब नजर आता है। गणेशोत्सेव पर्व के अवसर पर श्री गणेश सीनियर सेकेंडरी स्कूल पड़रा में सह-पाठ्यक्रम गतिविधियां (सीसीए) के अंतर्गत कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यार्थियों के लिए क्ले मॉडलिंग प्रतियोगिता करवाई गई। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और बड़े उत्साह, भक्ति, लगन और रचनात्मकता से प्राकृतिक क्ले और मिट्टी द्वारा गणेश जी के सुंदर इको फ्रेंडली मूर्ति शिल्प बनाकर पूजा-अर्चना की।
आर्ट टीचर राजकपूर चितेरा ने बताया कि प्रतियोगिता में छात्रों ने भगवान श्री गणेश के बेहद ही खूबसूरत मूर्ति-शिल्प कलाकृतियाँ बनाई। चितेरा ने बताया कि पर्यावरण के लिहाज से ईको फ्रेंडली गणपति काफी अच्छे माने जाते हैं। ईको फ्रेंडली प्रतिमाएं पानी में जल्दी घुल जाती हैं। वहीं इको फ्रेंडली गणपति को सुंदर बनाने के लिए इसमें कच्चे और प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल किया गया है, जो प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाते।
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आर्ट टीचर के अनुसार पहली कक्षा में अनिका पटेल व उत्कर्ष सोनकर प्रथम रहे, आरव गुप्ता व वेदांस गुप्ता द्वितीय, अरुष सिंह और अच्युतम मिश्रा तृतीय रहे। वही, दूसरी कक्षा में अंकन कपूर गुप्ता व अक्षिता राज प्रथम रहे, धैर्य मिश्रा व नित्या पटेल द्वितीय तथा अर्पिता सिंह व यशश्वी जैसवाल तृतीय रही। तीसरी कक्षा में दीपक साहू, उदित नारायण, श्रृष्टि गौर, सौभाग्य पाण्डेय, कृतिका तिवारी क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय रहे। वही चौथी कक्षा में कौशल तिवारी, अदित कृष्णा, आराध्या द्विवेदी और शिवांकन मिश्रा क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय रहे। पांचवी कक्षा में दिशा द्विवेदी व अनंत सिंह प्रथम, मनन पुरुस्वानी व काव्या उरमलिया द्वितीय और शिवा सोनी तृतीय रहे। आठवीं कक्षा में सुयाशी पटेल, निखिल मिश्रा व अंकित पटेल प्रथम रहे, अरमान चुग्वानी, आद्यम मिश्रा व सुभी सिंह बैस द्वितीय रही, हरिओम गुप्ता, आयुष्मान पाठक, यशराज पटेल व आदित्य पाण्डेय तृतीय रहें।
स्कूल के प्राचार्य डॉ. महेंद्र तिवारी ने बच्चों के द्वारा बनाई गई मूर्ति-शिल्प की सराहना करते हुए कहा कि प्रदूषण के प्रति बच्चों को जागरूक करने यह प्रतियोगिता रखा गया था, जिसमें बच्चों ने उत्साह से हिस्सा लिया और मिट्टी, क्ले और कागज आदि से इको फ्रेंडली प्रतिमा बनाकर लोगों को स्वच्छ पर्यावरण का संदेश दिया।
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एच.एम प्रीती शर्मा ने कहा कि पहला उद्देश्य बच्चों को हमारे इस त्योहार की जानकारी देना, उन्हें अपनी संस्कृति से जोड़ना और उसके प्रति सजग करना है। इसके साथ बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जगरुक करना है। बच्चे किस तरह अपनी संस्कृति के साथ जुड़कर पर्यावरण के संरक्षण के लिए कार्य कर सकते हैं। इस मौके पर सीसीए इंचार्ज शुभांगना द्विवेदी, संदीप पटेल समेत स्कूल के समस्त स्टाफ मौजूद रहा।