प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अधुनिक सुविधाओं लैस
भदोही जिला कलैक्टर गौरांग राठी की एक अनूठी पहल को मुख्य सचिव ने सराहा
भारत सरकार को भेजी जाएगी मिसाल बनती नवाचार की यह पहल
भदोही 05 जुलाई । प्रभुनाथ शुक्ल
कल्पनाएं जब सजती और संवरती हैं तो उम्मीदों को पंख लग जाते हैं। इरादे और हौसले मजबूत हो जाते हैं। मंजिल खुद-ब-खुद तय हो जाती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और प्रधानमंत्री मोदी की ग्रामीण विकास की सोच से व्यपाक परिवर्तन दिख रहा है। भदोही जिला कलैक्टर गौरांग राठी की एक अनूठी पहल पूरे उत्तर प्रदेश और देश में मिसाल बनती दिखती है। शहर -ए -कालीन के गावों में नवाचार के तहत ‘ग्राम ज्ञानालय’ की स्थापना कर युवाओं को नई दिशा देने की पहल शुरू की है।
पूरे उत्तर प्रदेश में यह अपनी तरह का अनूठा नवाचार है। जनपद के 546 ग्राम पंचायतों में आधुनिक ‘ग्राम ज्ञानालय’ की स्थापना की तरफ बड़ी तेजी से कदम बढ़ रहे हैं। तकरीबन 150 गांव में यह काम करने लगा है। शुरुआती दौर में ही कम से कम 4000 छात्र-छात्राएं इससे जुड़कर उच्च गुणवत्ता परक शिक्षा ग्रहण कर रहें हैं। जिसकी वजह से उनके शैक्षिक विकास का आधार बेहद मजबूत हो रहा है। पूरे देश में अपनी तरह का आधुनिक सोच को प्रदर्शित करने वाला यह
‘ग्राम ज्ञानालय’ युवाओं को तेजी से आकर्षित कर रहा है। योगी सरकार के जनप्रतिनिधि इसमें बढ़चढ़ कर सहभागिता करते दिखते हैं। विकास की धुरी से जुड़े अधिकारी जिलाधिकरी और पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार की पहल पर अपना योदान दे रहें हैं।
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मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में विकास प्राथमिकता के कार्यक्रमों से संबंधित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिलाधिकारी गौरांग राठी ने पीपीटी के माध्यम से ‘ग्राम ज्ञानालय’ के विजन से शासन को अवगत कराया है। मुख्य सचिव नवाचार की इस पहल को देखकर इतने प्रभावित हो गए कि उन्होंने जिलाधिकारी की खूब प्रशंसा की है और कहा कि इस रिपोर्ट को भारत सरकार को भेजा जाएगा। इस तरह की सुविधा पूरे उत्तर प्रदेश में उपलब्ध करायी जाएगी।
युवाओं में शैक्षणिक विकास और प्रतियोगी स्पर्धा पैदा करने के लिए यह नवाचार बेहद अपने तरह का अकल्पनीय है। युवाओं सपनों को आयाम देने के लिए ग्राम पंचायतों में इस तरह के ज्ञानालय यानी वाचनालय की स्थापना की जा रही है। वाचनालय में भरपूर पुस्तक, फर्नीचर, सीसीटीवी, स्मार्ट टीवी और ऑनलाइन कक्षाओं की सुविधाएं उपलब्ध है। इसके अलावा अभ्युदय योजना के तहत रिटायर्ड शिक्षक प्रवक्ता और दूसरे विषय के विशेषज्ञ इन छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं। संबंधित पंचायत या ग्राम सचिवालय भवन में ही एक खास कमरा बना कर वहां संचालित किया जा रहा है।
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ग्रामीण अंचलों में युवाओं में शिक्षा को लेकर अच्छी खासी ललक है लेकिन वह सामान्य और गरीब परिवारों से होने के नाते सुख सुविधाओं के अभाव में नई दिल्ली, प्रयागराज, वाराणसी, जयपुर जैसे शहरों में जाकर कोचिंग कक्षाएं नहीं ले सकते हैं। क्योंकि उनके घर की माली हालत उस तरीके की नहीं है। लेकिन ऐसे बच्चे जो कड़ी स्पर्धा में अपने को खुद साबित करना चाहते हैं उनके लिए जनपद भदोही के गांव में ग्राम ज्ञानालय की अनूठी व्यवस्था से युवा जुड़ रहें हैं। देश की चर्चित ऑनलाइन कोचिंग संस्थान खान सर और दूसरी अकेडमिक कोचिंग सेवाओं की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रति योगिता दर्पण, क्रॉनिकल और अन्य स्तरीय मासिक पत्रिका और महंगी की किताबें उपलब्ध हैं।
जिलाधिकारी गौरांग राठी बताते हैं कि पूर्वांचल के युवाओं में पढ़ने की एक अजीब लगन हमने देखी है। वे पढ़ना चाहते हैं लेकिन यहां सामान्य कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है कि वह दिल्ली प्रयागराज, वाराणसी, जयपुर या दूसरे शहरों में जाकर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग ले सकें। ऐसे हालात में ग्राम ज्ञानालय एक बेहतरीन और अनूठी सुविधाओं वाला वाचनालय है। जहां अध्ययन आधुनिक सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां जॉब की तैयारी करने वाले युवा और युवतियाँ अपनी मंजिल को आयाम दे सकते हैं। उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार ग्रामीण विकास को लेकर बेहद संजीदा है। अब गांव को सीधे आर्थिक सुविधाएं मिल रहीं हैं। भदोही उत्तर प्रदेश एक मिसाल कायम कर रहा है।