डॉ. दीपरानी इसरानी ने छात्राओं को मासिक धर्म से जुड़ी सामान्य समस्याएं और उनके समाधान बताए।
सीधी। स्थानीय कमला स्मृति महाविद्यालय, पड़रा में मप्र उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार सेवा पखवाड़े का आयोजन दैनिक गतिविधियों के माध्यम से किया जा रहा है। इसी तारतम्य में गुरुवार को “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार” विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सह वक्ता के तौर पर जिला चिकित्सालय सीधी की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. दीपारानी इसरानी सहित कॉलेज प्राचार्य डॉ. रोहित सिंह चौहान द्वारा भगवान गणेश और माँ सरस्वती के सम्मुख द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।

स्वागत सत्र के दौरान सहा. प्राध्यापक डॉ. सुनीता सक्सेना द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत एवं सहा. प्राध्यापक डॉ. प्रीति पाण्डेय द्वारा विशिष्ट अतिथि का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं बैच प्रस्तुत कर किया गया। स्वागत वक्तव्य के दौरान डॉ. चौहान ने कहा कि सेवा ही संकल्प की भावना के साथ हमें राष्ट्रहित में कार्य करना चाहिए।
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मुख्य वक्ता डॉ. दीपारानी इसरानी ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि महिलाओं के लिए मासिक धर्म के समय स्वच्छता बनाए रखना अत्यन्त आवश्यक है जिसके लिए सैनिटरी पैड, टैम्पून व मेंस्ट्रुअल कप आदि का प्रयोग साथ ही सन्तुलित आहार का सेवन उनके लिए अत्यन्त आवश्यक है। महिलाओं में स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर जैसी बहुत गम्भीर समस्याएं होती हैं। आजकल सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन बाजार में उपलब्ध है, जिससे इस गम्भीर बीमारी से बचा जा सकता है। विशिष्ट अतिथि सह वक्ता गीतिका गौतम ने छात्राओं को अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि मानव जीवन के लिए स्वास्थ्य सर्वोपरि है।

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सहा. प्राध्यापक डॉ. धीरेन्द्र कुमार शुक्ला ने कहा, स्वस्थ और जागरूक नारी ही समाज को नई दिशा दे सकती है। डॉ. सक्सेना ने अतिथियों, कॉलेज मैनेजमेंट, प्राध्यापक साथियों, कर्मचारियों एवं छात्रों का कार्यक्रम से जुड़ने, और सार्थकता प्रदान करने हेतु आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज की ओर से प्रतीक चिन्ह देकर मुख्य अतिथि को सम्मानित किया गया। मंच संचालन सहा. प्राध्यापक सुषमा देवी तिवारी का रहा, जिसमें छात्रा अक्षता मिश्रा का विशेष योगदान रहा। संयोजन सहा. प्राध्यापक नीतू सिंह द्वारा किया गया। प्रतिवेदन मनोज कुमार द्विवेदी का रहा। कार्यक्रम के दौरान सहा. प्राध्यापक डॉ. प्रीति शुक्ला, नरेन्द्र कुमार मिश्रा, विनय त्रिपाठी, रामायण प्रसाद भट्ट, मंगलेश्वर गुप्ता, ज्ञानेंद्रधर द्विवेदी, प्रदीप कुमार सोनी, सुरेश प्रसाद पनिका, धर्मेन्द्र द्विवेदी, हंसराज सिंह, पन्नेलाल गोस्वामी, अन्नू जायसवाल एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अहम रही।