Tag: अजय एहसास

मेरा- रावण संवाद

दशहरा विशेष व्यंग्य एक दिन दस सिर वाला व्यक्ति हमसे टकरा गयाटकरा…

Ajay Ehsaas

होली है

मेरे दिल का कोई कमरा तेरे रहने की खोली है,कहीं रहता मेरा…

Ajay Ehsaas