काव्य

Poetry

Latest काव्य News

उठ जाग हिन्द के नौजवान

Independence Day विशेष उठ जाग हिंद के नौजवान,करता हूं तुम्हारा आह्वान।इस वतन…

Ajay Ehsaas

 मंगलमय राखी

रक्षाबंधन जब भी आये ।बहनो का चेहरा खिल जाये।। भाई जब राखी…

Rajkapoor Chitera

तू खुद ही सक्षम बन बहना

यह प्रेम बहन भाई का है, राखी से हाथ सजा देनातू खुद…

Ajay Ehsaas

बुराई हो ही जाती है

जो गाकर बेचें अपने गम,कमाई हो ही जाती हैकि निकलो जैसे महफिल…

Ajay Ehsaas

ये जीवन बस इक धोखा है

दुनिया की उलझन में पड़कर,सब ताने बाने बदल गयेहम तो वैसे के…

Ajay Ehsaas

प्रकृति में विलय

आओ हरी टहनियों मुझमें उगो मेरे शरीर में बस जाओ प्राण की…

Shabdrang

ऐसी होली इस बार करो

अपमान किसी का ना करनातुम सब का ही सत्कार करोमनभेद मिटा मतभेद…

Rajkapoor Chitera

होली है

मेरे दिल का कोई कमरा तेरे रहने की खोली है,कहीं रहता मेरा…

Ajay Ehsaas

व्यंग्य कविता : श्रीमती

एक दिन मामला इस तरह बिगड़ गयासुश्री को श्रीमती लिखना भारी पड़…

Shabdrang

शीर्षक – वो

वो अपने आप को खोतीअगर वो मेरी प्रेमिका होतीमैं थाम लेता उसका…

Shabdrang