सीधी। स्थानीय कमला कॉलेज में गुरूवार को विज्ञान विभाग द्वारा डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एवं आईवीएफ विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रोहित सिंह सहित समस्त विभागाध्यक्षों ने श्रीगणेश व माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
Read More : Cyber crime awareness : कमला कॉलेज में साइबर क्राइम जागरूकता कार्यक्रम आयोजित: कमला कॉलेज में डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एवं आईवीएफ विषयक सेमिनार आयोजितकार्यक्रम की पहली प्रस्तुति सहा. प्राध्यापक अभिनव शुक्ला एवं नीतू सिंह द्वारा मार्गदर्शित छात्रों ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी। डीएनए फिंगरप्रिंटिंग विषयक यह प्रेजेंटेशन शिवम जायसवाल बीएससी तृतीय वर्ष द्वारा सामान्य जानकारी और डीएनए प्रोफाइलिंग ,अरविंद महापात्र बीएससी प्रथम वर्ष द्वारा डीएनए फिंगरप्रिंटिंग के सिद्धांत, विक्रम साकेत द्वारा स्टेप डीएनए फिंगरप्रिंटिंग, अनामिका वर्मा द्वारा क्रिमिनल केशेष एवं उनके गुनाहगार को पहचानने पर केंद्रित रहे। अंत में रबी साकेत द्वारा वर्तमान स्थिति में डीएनए फिंगरप्रिंटिंग की उपयोगिता को बताया गया। इसके उपरान्त सहा. प्राध्यापक डॉ. अनिल नायर द्वारा छात्रों से अपना अनुभव साझा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया एवं कार्यक्रम के दौरान धैर्य के साथ बैठने व विषय को जानने की सलाह दी।
दूसरे प्रेजेंटेशन के रूप में सहा. प्राध्यापक सृष्टि गुप्ता द्वारा मार्गदर्शित आईवीएफ विषयक प्रेजेंटेशन में अक्सा अंजुम द्वारा सामान्य जानकारी देते हुए प्रीती साहू द्वारा आईवीएफ की उपयोगिता, रोशनी परवीन द्वारा आईवीएफ को तैयार करना, अंशिका कुशवाहा द्वारा आईवीएफ के प्रोसीजर एवं साइड इफेक्ट्स, सिमरन केवट द्वारा भ्रूण के विकास, अंशिका कुशवाहा एवं अक्सा अंजुम द्वारा अंत में इसकी पूरी जानकारी एक केस स्टडी व वीडियो के माध्यम से दी गई। तत्पश्चात् प्राचार्य द्वारा विज्ञान विभाग के कार्यक्रम संयोजन की प्रशंसा करते हुए इसकी उपयोगिता एवं महत्ता पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम का संयोजन कर रहे विज्ञान विभागाध्यक्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया, जिसमें उन्होंने कार्यक्रम आयोजन समिति एवं विज्ञान विभाग के प्राध्यापकों एवं छात्रों को विशेष स्थान दिया, साथ ही विज्ञान के आम जन जीवन में सार्थकता को भी सराहा। कार्यक्रम का संचालन कर रहे सहा. प्राध्यापक मंगलेश्वर गुप्ता ने बताया, समाज की कुरीति को कैसे आईवीएफ ने वरदान में बदल दिया। इस दौरान धीरेन्द्र कुमार शुक्ला- विज्ञान, डॉ. सुनीता सक्सेना- वाणिज्य एवं प्रबन्ध, प्रकाश नारायण सिंह-कला, धर्मेन्द्र द्विवेदी-कंप्यूटर साइंस, डॉ. प्रीति शुक्ला, नरेन्द्र मिश्रा, विनय त्रिपाठी, प्रदीप सोनी, सुषमा देवी तिवारी, हंसराज सिंह, पन्नेलाल गोस्वामी, जय नारायण विश्वकर्मा एवं छात्र छात्राओं की उपस्थिति सराहनीय रही।