हमें जीवन जीने की कला सिखाती है भगवद् गीता : डॉ. रोहित
सीधी। स्थानीय कमला स्मृति महाविद्यालय के एक्टिविटी हॉल में बुधवार को गीता जयंती (मोक्षदा एकादशी) के अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी वीडियो का प्रदर्शन किया गया और गीता के श्लोकों का वाचन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ ग्रन्थ पर पुष्प अर्पित कर किया।
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इस शुभ अवसर पर छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रोहित सिंह ने कहा कि गीता समस्त विश्व के लिए आध्यात्मिक दीप स्तम्भ है, यह हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। सहा. प्राध्यापक प्रकाश नारायण सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गीता में श्रीकृष्ण के उपदेश, ज्ञान, भक्ति और कर्म के सागर हैं। सहा. प्राध्यापक मंगलेश्वर गुप्ता ने सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं का कार्यक्रम से जुड़कर सफल बनाने पर आभार व्यक्त किया एवं बताया कि गीता एकमात्र ऐसी पुस्तक है, जो विश्व में सर्वाधिक पढ़ी जाती है, जिसका अनुवाद विश्व की सबसे अधिक भाषाओं में है।
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कार्यक्रम में संस्था के आईटी सेल का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. सुनीता सक्सेना, डॉ. अनिल नायर, डॉ. प्रीति शुक्ला, धीरेन्द्र शुक्ला, नरेंद्र मिश्रा, जी.डी. द्विवेदी, मनोज कुमार द्विवेदी, अभिनव शुक्ला, विनय त्रिपाठी, हंसराज सिंह, प्रदीप सोनी, धर्मेंद्र द्विवेदी, प्रीति पाण्डेय, नीतू सिंह, अन्नू जायसवाल, आर.पी.भट्ट, पन्नेलाल गोस्वामी, सुषमा देवी तिवारी सहित समस्त कर्मचारी और छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।