प्रकृति की अनमोल धरोहर है बाघ : डॉ. महेंद्र
सीधी। स्थानीय किड्स गणेश प्ले स्कूल, पड़रा में मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस बड़े उत्साह और रचनात्मकता के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में नन्हें-मुन्हें बच्चों ने टाइगर मास्क और पोशाक बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। बच्चे टाइगर की पोशाक में आर्कषण का केन्द्र बने हुए थे। इस अवसर पर नन्हें बच्चों ने बाघ संरक्षण, वन्यजीव सुरक्षा और वन बचाव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए विविध गतिविधियों में भाग लिया। साथ ही बैनर, पोस्टर, कहानी और कविता के जरिए रोल प्ले कर टाइगर बचाओ का संदेश दिया।

प्राचार्य डॉ. महेंद्र कुमार तिवारी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा की आज हम सबको पर्यावरण सुरक्षा हेतु संकल्पित होने की आवश्यकता है तथा आने वाली पीढ़ी के लिए बाघ जैसे अन्य वन्य जीव इतिहास न बन जाए, इसके लिए हम सबको प्रकृति दोहन को रोकना होगा। डॉ. तिवारी ने कहा, बाघ केवल वन्य जीवन का प्रतीक ही नहीं, बल्कि हमारे पर्यावरणीय संतुलन का रक्षक भी है, वे प्रकृति की अनमोल धरोहर है।
किड्स गणेश इंचार्ज कोमल बाधवानी ने बताया कि स्कूल में ऐसे दिवस का मनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को पशु पक्षियों संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना हैं। इस दौरान उन्होंने बच्चों को शेर की प्रजातियों बारे भी विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में शालिनी श्रीवास्तव, साधना शर्मा, गगन सिंह, नाजिया बानो और प्रवीणा चौरसिया की भूमिका सराहनीय रही।
