इस दौरान कृषि विषयक रिपोर्ट लेखन, लिखित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, कोलॉज एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित हुई
सीधी। सोमवार को स्थानीय कमला स्मृति महाविद्यालय, पड़रा में किसान दिवस का आयोजन किया गया। बच्चों ने उत्साह और उमंग से कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि रिटायर्ड कृषि वैज्ञानिक महेन्द्र सिंह द्वारा श्रीगणेश एवं माँ सरस्वती का माल्यार्पण एवं उनके समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
मुख्य अतिथि महेन्द्र सिंह ने अपने बीज वक्तव्य में कृषि को उद्यम के रूप में स्थापित करने हेतु देश के किसानों को उद्यमी की संज्ञा दी। उन्होंने ने विस्तारपूर्वक परंपरागत एवं वैज्ञानिक विधि से खेती में अंतर समझाते हुए, आज की स्थिति में छात्रों को कृषि कार्यों से जुड़ने, पढ़ने एवं कैरियर बनाने की बात पर जोर दिया। साथ ही कहा कि हमारा देश एक कृषि प्रधान की श्रेणी में आता है, पूर्व की तुलना में वर्तमान में कृषि कार्य में आधुनिकता आ चुकी है, अब किसान इसे जागरूकता के अभाव में या प्रतिस्पर्धा के कारण कृषि में अधिक उत्पादन लेने के उद्देश्य से अत्यधिक रासायनिक कीटनाशकों व उर्वरकों का उपयोग कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप कृषि भूमि की उपजाऊ क्षमता में निरंतर ह्मस देखा जा रहा है। फसलों में बढ़ते नाइट्रोजन की वजह से कैंसर जैसी बिमारी बढ़ रही है। किसान दिवस मनाने का उद्देश्य है हम युवा ऐसे किसानों में जागरूकता लाए व उन्हें जैविक खेती, पर्यावरण हितैषी कृषि व रासायनिक मुक्त कृषि की ओर आकर्षित करे। जिससे खेती हमेशा लाभ का व्यवसाय बनी रहे एवं किसानों को नवीन खेती पद्धति से जुड़कर अपने जीवन को सार्थक रोगमुक्त रहने की सलाह दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रोहित सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कृषि को देश के अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया, एवं कृषि विज्ञान केंद्र, सीधी से आए हुए अतिथि वैज्ञानिकों का साधुवाद किया। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि अमृता तिवारी ने जैविक खेती, किसानों को बाज़ार से जोड़ने, नवीनतम उन्नत फसलों एवं उनसे आधिकाधिक लाभान्वित होने के तरीकों पर चर्चा की। अतिथि उद्बोधन के पश्चात उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
उक्त त्रिदिवसीय कार्यक्रम 23 दिसम्बर को समाप्त हुआ, जिसके अन्तर्गत छात्रों ने कृषि विषयक रिपोर्ट लेखन, लिखित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, कोलॉज एवं भाषण के माध्यम से आयोजित प्रतियोगिता में सहभागिता की। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगी विधाओं हेतु डॉ. प्रीति शुक्ला, प्रदीप कुमार सोनी, नरेंद्र मिश्रा एवं नीतू सिंह ने प्रभार का वहन करते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजक सहा. प्राध्यापक मंगलेश्वर गुप्ता ने अतिथियों, प्राध्यापक साथियों, कर्मचारियों एवं छात्रों का धन्यवाद ज्ञापन किया एवं किसानों की महत्ता को विशेष बताया। कार्यक्रम का सफल संचालन छात्रा कोमल मिश्रा, निवेदिता सोनी एवं आतिका जिलानी द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. सुनीता सक्सेना, धीरेन्द्र कुमार शुक्ला, धर्मेन्द्र द्विवेदी, मनोज कुमार द्विवेदी, प्रकाश नारायण सिंह, हंसराज सिंह, रामायण प्रसाद भट्ट, अन्नू जायसवाल, सुषमा देवी तिवारी, जय नारायण विश्वकर्मा सहित समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र उपस्थित रहे।