एक शिक्षक को पूरे सिस्टम की रखनी चाहिए जानकारी : रंजना
सीधी। किसी भी देश के विद्यार्थियों का भविष्य उसके शिक्षकों की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। इस तथ्य को रेखांकित करते हुए श्री गणेश स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, अमरपुर चुरहट में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार “2025 में एक आदर्श शिक्षक की भूमिका” विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में डीपीएस रीवा की प्राचार्या रंजना बंसल ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया, विशिष्ट वक्ता के रूप में स्कूल के संचालक नीरज शर्मा रहे, जबकि गणेश स्कूल चुरहट के प्राचार्य अंकित सिंह चौहान ने अध्यक्षता की। कार्यक्रम में विद्यालय परिवार की तरफ से अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया।
मुख्य वक्ता प्राचार्या रंजना बंसल ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में हम सबके अलावा एक आदर्श शिक्षक की भूमिका सबसे अहम हैं। उन्होंने आदर्श शिक्षक की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं के बारे में बताते हुए कहा, एक आदर्श शिक्षक में समय के अनुरूप कंप्यूटर की व्यापक रूप से उचित जानकारी होनी चाहिए। उनका आई क्यू लेवल श्रेष्ठ होना चाहिए। वे सभी समस्याओं का समाधान बताने व करने में सक्षम होने चाहिए। उन्हें डिजिटल एजुकेशन के बारे में उचित जानकारी का ज्ञान होना चाहिए। अपने विषय में उनको महारथ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल ज्ञान का संचारक नहीं होता, वह चरित्र निर्माण का शिल्पकार भी होता है। शिक्षक के शब्द विद्यार्थी के भविष्य को आकार देते हैं, उसकी सोच को दिशा देते हैं और उसमें नवाचार व सेवा की भावना का संचार करते हैं। कहा कि शिक्षक को चाहिए कि वह विद्यार्थियों को दिल से प्रेरणा दें और उनके उज्जवल भविष्य के लिए हर संभव प्रयास करें।
किड्स गणेश में मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव में मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव: गणेश स्कूल चुरहट में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2025 में आदर्श शिक्षकों की भूमिका विषय पर संगोष्ठी आयोजितविशिष्ट वक्ता स्कूल के संचालक नीरज शर्मा ने कहा कि, एक साधारण शिक्षक बच्चों को केवल पढ़ाता हैं लेकिन एक अच्छा शिक्षक अच्छे मानव को तैयार करता है, जबकि श्रेष्ठ शिक्षक अपने हासिल किए गए अनुभवों और बहुआयामी ज्ञान से प्रतिभावान एवं चरित्रवान नई पीढ़ी का निर्माण करता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अन्य वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा में तकनीक का समावेश किया गया है। शिक्षक को तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सिद्धांतों को प्रैक्टिस में बदलने की जरूरत है। संगोष्ठी में अन्य अतिथियों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। अतिथियों ने कहा कि शिक्षकों की भूमिका के बिना शिक्षा व्यवस्था में बेहतर परिणाम की कल्पना अधूरी है। इस मौके पर शिक्षकों ने भी अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। प्राचार्य अंकित सिंह चौहान ने उपस्थित मेहमानों का आभार प्रकट किया। मंच का संचालन आशीष प्रताप सिंह ने किया। इस मौके पर टीम सदस्य के रूप में सत्यव्रत तिवारी, क्षेत्रीय प्रबंधक हेडवर्ड प्रकाशन, सह-आयोजक नितेश गिरी, विद्यार्थी प्रकाशन सीधी, नीरज श्रीवास्तव एनएलपी इंचार्ज, गणेश ग्रुप सहित समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं की गरिमामयी उपस्थिति रही।