काव्य : सबका नववर्ष हो मंगलमय

Rajkapoor Chitera
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दिल में हो सबके प्यार, खुशियों की आये बहार
मेहनत की गूंजे नई धुन, और राह तरक्की की बुन
नये वर्ष के स्वागत में ये गगन पुष्प बरसाए
हरी भरी फसलें मदमस्त, हवाएं भी गुनगुनाएं।

हर दिन हर पल हो जाये
हम सबका मंगलमय
नव वर्ष हमारा मंगलमय
सबका नववर्ष हो मंगलमय।

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ओस धरा ज्यों चांदी जड़ी हो, उल्लास उमंग भरी हो
तरु से टिप टिप ओस गिरे, ज्यों ओस की फुलझड़ी हो
होंठ खुले और गुनगुनाएँ,ज्यों होंठो पे सजी बांसुरी हो
अमन चमन में खुशी हो मन में, हर बच्चा मुस्कुराएं।

बच्चे, वृद्ध, युवा सबका
हर दिन हो मंगलमय
नव वर्ष हमारा मंगलमय
सबका नववर्ष हो मंगलमय।

न दुखियारी कोई भी हो, और न ही कोई ग़मी हो
मन मे न कोई उदासी हो, धन की न कहीं कमी हो
इच्छाएं पुष्पित पल्लवित हों, जो कि मन में रमी हो
मिट जाये मन मस्तिष्क में जो, अज्ञान की धूल जमी हो।

ज्ञानी बन करे बच्चा बच्चा
कल्याण विश्व का मंगलमय।
नव वर्ष हमारा मंगलमय
सबका नववर्ष हो मंगलमय।

rajkapoor png

-राजकपूर चितेरा

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Raj Kapoor Chitera is a talented painter and writer, known for his unique artistic expression. As the founder of Shabdrang News, he blends his passion for creativity with a commitment to delivering insightful news. His platform strives to provide in-depth analysis and diverse perspectives on current events.
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