रक्षाबंधन विशेष कविता
भाई बहन में होता है
कितना प्रगाढ़ सम्बन्ध।
इसीलिए ईश्वर ने कर दिया
रक्षाबंधन का प्रबन्ध।।
इस सम्बन्ध में रेशमी धागा
बना प्रेम प्रतीक।
इस रिश्ते को कैसे निभाना
लिया बहन से सीख।।
Read More: शीर्षक – बन्धन रक्षा का।।
इससे सीखा बहन के प्रेम का
कैसे मोल चुकाना।
संकट के क्षण में बहना के
भाई का फ़र्ज़ निभाना।
साथ चलेंगे सुख दुख में
बहना के हर कदम।
अपना फर्ज निभाने को
अर्पण कर देंगे जनम।।
परिणय सूत्र में बंधकर बहन
ना समझे खुद को पराई।
बंधन के इस पवित्र सूत ने
भाई को राह दिखाई।।
रक्षाबंधन बांधती बहना
तिलक मिठाई संग।
देख ‘चितेरा’ हर्षित होता
प्रेम का ऐसा रंग।।
–राजकपूर चितेरा