शिक्षकों का संकल्प कमजोर बच्चों को दक्ष और उत्कृष्ट बना सकता है : डॉ. तिवारी
सीधी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सोमवार को स्कूलों के पट फिर से खुल गए। स्कूल खुलने की खुशी विद्यार्थियों के चेहरे पर साफ दिखी। स्कूलों में एक बार फिर बच्चों की रौनक लौट आई है। ऐसे में स्थानीय श्री गणेश सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पड़रा में शिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इस दौरान बच्चों ने अपने दोस्तों से गर्मी की छुट्टियों में की गई मस्ती को आपस में शेयर किया।
मीडिया प्रभारी राजकपूर चितेरा ने बताया कि स्कूल खुलने का पहला दिन होने के कारण विद्यार्थियों की उपस्थिति औसतन कम रही, लेकिन स्कूल आने को लेकर छात्र, अभिभावक और शिक्षकों में गजब का उत्साह दिखा। बताया कि बच्चे अपने सहपाठियों को देख खुशी से उछल पड़े।
इस मौके पर अपस्थित श्री गणेश ग्रुप के असिस्टेंट डायरेक्टर अरुण ओझा ने स्कूल के शानदार बोर्ड के परिणामों की प्रशंसा करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में उत्पन्न हुई चुनौतियों और संभावनाओं के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने शिक्षकों को राष्ट्र का निर्माता कहा।
स्कूल के प्राचार्य डॉ. महेंद्र तिवारी ने छात्र-छात्राओं को शुभकामना देते हुए लक्ष्य बनाकर पढ़ने, नियमित रूप से विद्यालय आने और अपने शिक्षक, माता-पिता के प्रति आदर भाव रखने की बात कही। कहा कि यदि हर शिक्षक पढ़ाई में कमजोर बच्चों को चिन्हित कर उन्हें पढ़ाने और उनकी समस्याओं को हल करने का काम करें। इसके लिए शिक्षकों को संकल्प लेना होगा।
प्रधानाध्यापिका प्रीती शर्मा ने कहा कि अध्यापक को सतत स्वाध्याय करते रहना चाहिए। पूर्ण तैयारी के साथ कक्षा में प्रवेश करना आदर्श शिक्षक का कर्तव्य और धर्म है। बताया कि कक्षा छठीं से बारहवीं तक के कक्षाओं का संचालन शुरू किया गया था। शासन के निर्देश पर एक जुलाई से कक्षा एक से पांचवीं तक के कक्षाओं का संचालन भी शुरू होगा।
इस मौके पर रीता कौल, शिवार्चन द्विवेदी, अरुण मिश्र, विश्वास पाण्डेय, यादुवेंद्र सोनी, शुभांगना द्विवेदी, उमा पाण्डेय, नंदिनी ताम्रकर, अवतार कृष्ण, डीके खरे, आनंद गुप्ता, विदित पाण्डेय, बंशभान यादव एवं माखनलाल मिश्र सहित स्टाफ के अन्य सदस्यों ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।