633वीं रैंक के साथ मैत्रेय का यूपीएससी में चयन
UPSC CSE RESULT 2023 : मंगलवार को संघ लोकसेवा आयोग (Union Public Service Commission) ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 के अंतिम परिणाम जारी कर दिए हैं। सीधी जिले के अमिलिया निवासी रजनीश शुक्ला के पुत्र मैत्रेय शुक्ला का यूपीएससी में चयन हुआ है। वे 633वां रैंक पाने में सफल रहे। भोपाल में रहकर ऑनलाइन पढ़ाई करते हुए सफलता हासिल की।
मैत्रेय शुक्ला की प्रारंभिक आठवीं तक की शिक्षा अमिलिया में पूर्ण हुई, कक्षा 9वीं से वे उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक एक में प्रवेश ले लिए, जहां से मैथ ग्रुप से पास होने के लिए बाद उच्च शिक्षा के लिए मोतीलाल कॉलेज भोपाल में बीएससी के लिए दाखिला ले लिए। बीएससी व एमएससी की पढ़ाई पूर्ण कर 23 वर्ष की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास करने में सफल रहे। आज, मैत्रेय कुमार शुक्ला ने यह सफलता हासिल कर अपने परिवार सहित पूरे सीधी जिले गौरवान्वित किया है।
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दूसरी बार में मिली सफलता
मैत्रेय इससे पूर्व भी यूपीएससी की परीक्षा में एक बार शामिल हो चुके है। जहां वे साक्षात्कार तक पहुंचे थे, किंतु उस बार मैरिट में स्थान बनाने में सफल नहीं हो पाए थे, दूसरी बार में उन्हें सफलता हासिल हुई है। मैत्रेय के पिता रजनीश शुक्ला राजनीति में सक्रिय हैं, वर्तमान में वे जनपद सदस्य है।
असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी
दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्वालीफाई करने वाले 23 साल के सीधी के मैत्रेय शुक्ला का कहना है कि ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने घर पर ही रहकर यूपीएससी के लिए तैयारी की तथा पहले प्रयास में असफल होने के बाद उन्होंने हार नहीं मानी। दूसरी बार कड़ी मेहनत के बाद अंततः उन्हें यूपीएससी में सफलता मिल गई। मैत्रेय शुक्ला अमिलिया के पेशे से संविदाकार रजनीश शुक्ल के पुत्र है और उनकी माता अर्चना शुक्ला जनपद सदस्य हैं।
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गांव में हुई प्रारंभिक शिक्षा
यूपीएससी 2023 में सिविल सर्विसेज के लिए चयनित सीधी के मैत्रेय कुमार शुक्ला की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में ही पूरी हुई। सीधी के उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक-1 से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ग्रेजुएशन के लिए वह भोपाल गए। मैत्रेय ने बताया कि बीएससी भोपाल के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू किया।
8 से 10 घंटे मेहनत
उन्होंने बताया कि भोपाल में किराए के घर में उन्होंने इसके लिए 8 से 10 घंटे मेहनत की। मैत्रेय की मानें तो उन्होंने इसके लिए किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया। उन्होंने कहा कि पहले प्रयास में वे इंटरव्यू तक पहुंचे थे, लेकिन मंजिल नहीं मिल पाई थी। दूसरे प्रयास में सफलता मिली।
घर में खुशी नी का माहौल
यूपीएससी में चयनित होकर सीधी के मैत्रेय शुक्ला ने यह साबित कर दिया है कि सिविल सर्विसेस परीक्षा में सफलता पाने के लिए बड़े-बड़े कोचिंग सेंटर जाने की जरूरत नहीं है। उनकी सफलता से पूरे घर में खुशी का माहौल है। जैसे ही यूपीएससी 2023 के रिजल्ट की घोषणा हुई अपने बेटे का नाम क्वालीफाई लिस्ट में देखकर उनके पिता रजनीश कुमार शुक्ला व माता अर्चना शुक्ला के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मैत्रेय शुक्ला घर में इकलौते पुत्र हैं, उनकी दो बहनें हैं।