देश का युवा कृषि क्षेत्र में क्रांति ला सकता है- डॉ. महेंद्र
सीधी। स्थानीय कमला स्मृति महाविद्यालय सीधी में शुक्रवार, 23 दिसम्बर को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जन्मतिथि को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर एक वृहद किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि के नए-नए तकनीकों को किसानों के घर-घर तक पहुंचाना है ताकि किसान आधुनिक तकनीक को अपनाकर कृषि कर लाभ प्राप्त कर सकें।
कार्यक्रम के आरम्भ में माँ सरस्वती और गणेश जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और द्वीप प्रज्ज्वलन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के.के तिवारी ने स्वागत भाषण और अतिथियों का शाल और श्रीफल से सम्मानित कर किया। संगोष्ठी में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. महेंद्र सिंह बघेल ने अपने वक्तव्य के माध्यम से बताया कि आज सभी को किचन गार्डन, दलहन तिलहन और मोटे अनाज की ओर ध्यान देना होगा। जिससे की नई नई बिमारियों से बचा जा सके और इनका संवर्धन भी किया जा सके। डॉ. बघेल ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अगर कोई क्रांति ला सकता है तो वह देश का युवा है। वैज्ञानिक डॉ. धनंजय सिंह बघेल के कहा कि भारतीय खेती विज्ञान और कला दोनों है।
प्रशासनिक अधिकारी एच.एस. पाण्डेय ने किसानों के योगदान एवं उसके आर्थिक पक्ष को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मंच संचालन पी.एन. सिंह ने किया और अपने गीतों और ग़ज़लों से कृषि की महत्ता को व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन मनोज कुमार द्विवेदी ने किया। विज्ञान संकाय के प्राध्यापक धीरेन्द्र कुमार शुक्ला कार्यक्रम में उपस्थित सभी आतिथियों, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र व छात्राएँ उपस्थित रहे।