हिन्दी समृद्ध, वैज्ञानिक व संस्कार की भाषा है -एच.एस पाण्डेय
सीधी। बुधवार को स्थानीय कमला स्मृति महाविद्यालय, पड़रा के गिरिजा ऑडिटोरियम में हिन्दी दिवस समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने वक्तव्य, गजल, हास्यरस से ओतप्रोत कविता एवं गीतों के माध्यम से हिन्दी भाषा की विशेषताएँ बताई साथ ही परिचर्चा के जरिए अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस मौके पर हिन्दी साहित्य के विभिन्न कवियों व लेखकों की रचनाएँ व कोमल भावनाओं से ओतप्रोत काव्य पाठ आज जीवन्त हुईं। वक्ताओं ने शिक्षा में हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह हमारी मातृभाषा है।
मुख्य अतिथि रहे संस्था के प्रशासनिक अधिकारी एच. एस. पाण्डेय ने अपने वक्तव्य के माध्यम से अपनी स्वरचित कविताओं द्वारा माहौल को साहित्यमय बना दिया और कहा कि हिन्दी समृद्ध और वैज्ञानिक भाषा है, साथ ही ये संस्कार की भाषा है। यही वजह है कि भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में हिन्दी कि जमीन मजबूत होती जा रही है। यह संस्कारों से भरी हिन्दी भाषा माथे की बिन्दी है।
प्राचार्य डॉ. रोहित सिंह चौहान ने अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए हिन्दी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डाला। अनिल नायर ने दिवस का महत्व व इसे मनाए जाने की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का संयोजन मंगलेश्वर गुप्ता द्वारा किया गया। मनोज कुमार द्विवेदी ने धन्यवाद ज्ञापित कर हिन्दी दिवस कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम का संचालन पी. एन. सिंह ने किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. सुनीता सक्सेना, सीमा श्रीवास्तव, ममता शर्मा, प्रीति पाण्डेय,मनीष गिरि, धीरेन्द्र शुक्ल, विवेक यादव, अभिनव शुक्ल, राजेश गुप्ता ज्ञानेंद्रधर द्विवेदी, धर्मेंद्र द्विवेदी, प्रदीप सोनी, अन्नू जायसवाल,नारेद्र मिश्र, राम गोपाल सिंह एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।