वाराणसी, 01 सितम्बर । शब्दरंग न्यूज़ डेस्क
Folk singer Malini Awasthi honored with Vagyog Samman : लोकगायन की परंपरा को राष्ट्रपटल पर एक अलग आयाम पर ले जानी वाली सुर साधिका मालिनी अवस्थी जी को बुधवार को वाग्योग सम्मान प्रदान किया गया। सम्मान समारोह में मालिनी जी कतिपय कारणों से नहीं आ सकी थी। वाग्योग चेतना पीठम के सचिव आशापति शास्त्री व हिमांशु राज़ ने काशी पधारी स्वर साम्राज्ञी, समराधक मालिनी अवस्थी जी का स्वागत कर स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्रम व रुद्राक्ष की माला प्रदान कर अभिनंदन किया। लोकसंगीत साहित्य सहित आचार्य वागीश शास्त्री जी द्वारा लिखित कुछ विशेष पुस्तकें मालिनी जी को प्रदान की गई।
मालिनी जी ने भावविभोर होकर कहा “गायन, संगीत से जुड़ा हर शख़्स ख़ुद को साधक ही कहता है। वह हमेशा छात्र बना रहता है, सीखता रहता है, सुधारता रहता है। सदा संगीत, गायन की साधना में लिप्त रहुं, यही कामना रहती है। काशी मेरी अपनी जगह है मेरे गुरु का स्थान है। महामहोपाध्याय वागीश शास्त्री जी देश की धरोहर हैं और ये मेरा सौभाग्य है कि उन जैसे सरस्वती के साधक द्वारा मेरा चयन किया गया। महादेव की अनन्य भक्त मालिनी जी के बाबा के विधिवत दर्शन पूजन के पश्चयात उद्गार थे, “जो कुछ भी है वो बाबा विश्वनाथ जी की कृपा से है, सब उन्हीं को अर्पित है।